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    अभी - अभी राहुल गांधी को मिली सजा । जानिए पूरी खबर



    📍मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में कांग्रेस प्रशिक्षण शिविर की घटना, अनुशासन का दिया संदेश

    पचमढ़ी (मध्य प्रदेश), 9 नवंबर 2025:
    कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को कांग्रेस के संगठनात्मक प्रशिक्षण शिविर में देर से पहुँचने पर एक अनोखी “सजा” दी गई — उन्हें 10 पुश-अप्स लगाने पड़े। यह घटना मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध हिल स्टेशन पचमढ़ी में चल रहे कांग्रेस प्रशिक्षण शिविर के दौरान हुई, जहाँ देशभर से पार्टी के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए थे।


    🕒 क्या हुआ था?

    कांग्रेस के संगठन प्रभारी सचिन राव इस प्रशिक्षण शिविर का संचालन कर रहे थे। शिविर में एक नियम तय किया गया था — जो भी व्यक्ति सत्र में देर से पहुँचेगा, उसे 10 पुश-अप्स लगाने होंगे।
    राहुल गांधी कार्यक्रम में लगभग दो मिनट देर से पहुँचे। जैसे ही यह बात सामने आई, सचिन राव ने उन्हें मज़ाकिया अंदाज़ में नियम याद दिलाया। राहुल गांधी ने मुस्कराते हुए बिना किसी हिचकिचाहट के मंच पर ही 10 पुश-अप्स लगाए।


    💪 राहुल गांधी का रिएक्शन

    राहुल गांधी ने हँसते हुए कहा,

    “नियम सबके लिए एक समान हैं — चाहे वो राहुल गांधी हों या कोई कार्यकर्ता।”

    उनका यह बर्ताव देख वहाँ मौजूद कार्यकर्ताओं ने तालियाँ बजाईं और “शेर राहुल गांधी ज़िंदाबाद” के नारे लगाए। कई युवाओं ने कहा कि यह घटना “लीडरशिप विद एग्ज़ाम्पल” का उदाहरण है।


    📸 सोशल मीडिया पर वायरल

    घटना के बाद सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के पुश-अप्स करते हुए वीडियो और तस्वीरें तेजी से वायरल हो गईं। ट्विटर (अब X) और इंस्टाग्राम पर #RahulPushUps ट्रेंड करने लगा।
    कई नेताओं और समर्थकों ने कहा कि यह कदम राहुल गांधी की सादगी और अनुशासन की भावना को दिखाता है।


    📚 शिविर का उद्देश्य

    पचमढ़ी में चल रहा यह तीन दिवसीय कांग्रेस प्रशिक्षण शिविर पार्टी कार्यकर्ताओं को संगठनात्मक कौशल, संचार रणनीति और जनसंपर्क के नए तरीकों पर प्रशिक्षित करने के लिए आयोजित किया गया है।
    इसमें युवा कांग्रेस, एनएसयूआई और महिला कांग्रेस के प्रतिनिधि भी मौजूद हैं।


    🧭 निष्कर्ष

    राहुल गांधी की यह “सजा” भले ही मज़ाकिया अंदाज़ में दी गई हो, लेकिन इसका संदेश गहरा था —

    “अनुशासन और समयपालन हर नेता की पहचान है।”

    कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी इसे सकारात्मक संकेत बताया, कि पार्टी में अब अनुशासन और सहभागिता पर ज़ोर दिया जा रहा है।

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