अंबाला में खुदाई के दौरान मिला “श्री राम” लिखा तैरने वाला पत्थर, खाटू श्याम जी की मूर्ति और भ बहुत कुछ ,श्रद्धालुओं में उमड़ी आस्था की लहर
अंबाला (हरियाणा): हरियाणा के अंबाला ज़िले के सौंडा गाँव में हाल ही में एक चमत्कारिक घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि गाँव में एक प्लॉट की खुदाई के दौरान मिट्टी के भीतर से एक पत्थर निकला, जिस पर “श्री राम” लिखा हुआ था। हैरानी की बात यह रही कि जब इस पत्थर को पानी में रखा गया तो वह तैरने लगा।
खुदाई के दौरान मिला पवित्र पत्थर
स्थानीय लोगों के अनुसार, सौंडा गाँव में एक व्यक्ति अपने प्लॉट की खुदाई करवा रहा था। खुदाई के दौरान मजदूरों को मिट्टी में लाल कपड़े में लिपटा हुआ एक पत्थर मिला। जब उस कपड़े को खोला गया तो उस पर सुनहरी अक्षरों में “श्री राम” लिखा हुआ दिखाई दिया।
खबर फैलते ही आसपास के लोग वहाँ पहुँचने लगे। किसी ने सुझाव दिया कि पत्थर को पानी में रखकर देखा जाए, और जब उसे बाल्टी में रखा गया तो वह डूबा नहीं बल्कि तैर गया। यह दृश्य देखकर वहाँ मौजूद लोगों की आँखों में आस्था और आश्चर्य दोनों झलक उठे।
मूर्तियाँ भी मिलीं
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, पत्थर के साथ मिट्टी में से कुछ धार्मिक मूर्तियाँ भी मिलीं — इनमें हनुमान जी, खाटू श्याम जी और लड्डू गोपाल की छोटी मूर्तियाँ बताई जा रही हैं। लोगों का कहना है कि ये सभी मूर्तियाँ वर्षों से जमीन में दबी हुई थीं और अचानक इस तरह से प्रकट होना किसी दैवी संकेत से कम नहीं है।
गाँव में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
जैसे ही यह खबर पूरे क्षेत्र में फैली, सौंडा गाँव में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी। लोग “जय श्री राम” और “जय बजरंगबली” के जयकारे लगाते हुए पहुँचने लगे।
वहाँ भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया और ग्रामीणों ने मिलकर उस स्थान पर अस्थायी रूप से पूजा-अर्चना प्रारंभ कर दी। कई लोगों ने इस स्थान को “पावन स्थल” घोषित करने की माँग की है और भविष्य में मंदिर निर्माण की बात भी उठाई जा रही है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
हालाँकि अभी तक इस पत्थर के तैरने के पीछे के वैज्ञानिक कारणों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ प्रकार के छिद्रयुक्त ज्वालामुखीय पत्थर (pumice stone) प्राकृतिक रूप से हल्के होते हैं, जिनके भीतर हवा भरी होती है और इस कारण वे पानी में तैर सकते हैं। लेकिन सौंडा गाँव में मिले इस पत्थर का अब तक किसी वैज्ञानिक संस्था या पुरातत्व विभाग द्वारा परीक्षण नहीं किया गया है।
प्रशासन और स्थानीय प्रतिक्रिया
अंबाला प्रशासन ने इस मामले पर अभी कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन स्थानीय पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित रखने और स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वहाँ तैनाती की है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इस स्थान को श्रद्धा का केंद्र बना दिया है और नियमित पूजा-पाठ शुरू कर दिया है।
श्रद्धालुओं में उमंग
गाँव के निवासियों का कहना है कि यह “भगवान श्री राम की शक्ति” का प्रतीक है। भक्तों का विश्वास है कि जिस प्रकार रामसेतु के पत्थर तैरते थे, उसी तरह यह पत्थर भी उसी दिव्य ऊर्जा का हिस्सा हो सकता है।
गाँव के एक श्रद्धालु ने कहा —
“यह कोई साधारण पत्थर नहीं, बल्कि भगवान श्री राम का आशीर्वाद है। अब सौंडा गाँव में भी राम नाम की गूंज सुनाई दे रही है।”
निष्कर्ष
अंबाला के सौंडा गाँव में मिले “श्री राम” लिखे तैरने वाले पत्थर की खबर ने पूरे क्षेत्र में धार्मिक उत्साह और श्रद्धा की नई लहर दौड़ा दी है।
जहाँ एक ओर भक्त इसे ईश्वरीय चमत्कार मान रहे हैं, वहीं वैज्ञानिक समुदाय इस घटना को तथ्यों के आधार पर परखने की बात कह रहा है।
चाहे यह चमत्कार हो या वैज्ञानिक घटना — “श्री राम” नाम का यह पत्थर आज पूरे हरियाणा में आस्था का केंद्र बन चुका है।
No comments