RJD पार्टी में बिहार चुनाव से पहले बड़ी हलचल । विधायक दे रहे इस्तीफा ।
वर्तमान समाचारों के अनुसार ये RJD से जुड़े विधायकों ने इस्तीफा दिया है:
नाम | निर्वाचन क्षेत्र / सीट | इस्तीफा कब / सूचना स्रोत | वजह / पृष्ठभूमि |
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भरत बिंद | भभुआ (Bhabhua) | 9 अक्टूबर 2025 | उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दिया और कहा कि वे आगामी चुनाव BJP की टिकट पर लड़ेंगे। |
संगीता कुमारी | मोहनिया (Mohania) | 9 अक्टूबर 2025 | उन्होंने भी इस्तीफा दिया है, और कहा जा रहा है कि वे BJP की टिकट पर चुनाव लड़ेंगी। |
चेतन आनंद | शिवहर (Sheohar / Shivhar) | 10 अक्टूबर 2025 | उन्होंने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा भेजा है। माना जा रहा है कि वे इस बार JDU से उम्मीदवार हो सकते हैं। |
विभा देवी | नवादा क्षेत्र | हाल ही में (समाचार में उल्लेख) | रिपोर्ट है कि नवादा से RJD की विधयाक विभा देवी ने पार्टी और विधान सभा सदस्यता से इस्तीफा दिया। |
प्रकाश वीर | राजौली (Rajouli) | हाल ही में (समाचार में उल्लेख) | उसी खबर में कहा गया कि प्रकाश वीर ने भी इस्तीफा दिया है। |
इस्तीफे देने की वजहें / कारण
इन इस्तीफों के पीछे कई राजनीतिक कारण और रणनीतियाँ सामने आ रही हैं:
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पार्टी बदलकर चुनाव लड़ने की तैयारी
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भरत बिंद और संगीता कुमारी — दोनों ने कहा है कि वे BJP की टिकट पर चुनाव लड़ेंगें।
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भरत बिंद की घोषणा में ये स्पष्ट है कि वे RJD छोड़कर BJP में शामिल होंगे और आगामी चुनाव उसी पार्टी से लड़ेंगे।
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संगीता कुमारी के मामले में भी ऐसा कहा गया है कि वे BJP से मैदान में उतर सकती हैं।
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राजनीतिक रियासत और टिकट की उम्मीद
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भरत बिंद ने कहा कि अगर उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया, तो BJP उन्हें टिकट नहीं दे सकती थी। उन्होंने यह निर्णय “तकनीकी कारण” बताते हुए कहा।
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संगीता कुमारी ने कहा है कि वे चुनाव की पूरी तैयारी कर रही हैं और पार्टी बदलने की रणनीति पर काम कर रही हैं।
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पिछले पाले बदलने (floor test / switching sides) की स्थितियाँ
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चेतन आनंद ने पहले भी फ्लोर टेस्ट के दौरान अपना पक्ष बदल लिया था।
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उन्होंने इस्तीफे में विशेष कारण नहीं बताया, लेकिन कहा कि यह “स्वैच्छा से” है
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दल-बदल (Defection) और सदस्यता रद्द की मांगें
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RJD ने पहले ही भरत बिंद और संगीता कुमारी की सदस्यता रद्द करने की मांग विधानसभा अध्यक्ष को भेजी थी, क्योंकि वे पार्टी छोड़ चुके हैं।
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भरत बिंद को लेकर विधानसभा सचिवालय ने भी घोषणा की है कि उनकी सीट “खाली” मानी जाएगी, क्योंकि उन्होंने इस्तीफे की स्वीकृति दे दी है
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निष्कर्ष और राजनीतिक मायने
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ये इस्तीफे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले हो रहे हैं, जो यह संकेत देते हैं कि कुछ विधायकों ने अपने राजनीतिक भविष्य को देखते हुए नई पाला या टिकट की संभावनाओं को तवज्जो दी है।
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इस तरह की गतिविधियाँ “प्रदेशीय राजनीतिक रणनीति” और “टिकट की जुगत” को स्पष्ट करती हैं।
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खबरों में यह भी आ रहा है कि “इंडिया” गठबंधन (जिसमें RJD शामिल है) को ये इस्तीफे झटका हैं।
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