दिवाली पर कर्मचारियों ने कंपनी गेट पर सोनपापड़ी के डिब्बे फेंके, वीडियो हुआ वायरल — बोनस और गिफ्ट को लेकर नाराजगी
हरियाणा के गनौर में दिवाली के मौके पर एक निजी कंपनी में कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच तनातनी देखने को मिली।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि कंपनी ने अपने कर्मचारियों को दिवाली गिफ्ट के रूप में सोनपापड़ी का एक छोटा डिब्बा दिया, जिससे वर्कर नाराज हो गए।
नाराज कर्मचारियों ने कंपनी गेट पर ही सोनपापड़ी के डिब्बे फेंक दिए। यह पूरा घटनाक्रम कुछ कर्मचारियों ने मोबाइल में रिकॉर्ड किया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। कुछ ही घंटों में वीडियो इंस्टाग्राम, फेसबुक और X (ट्विटर) पर वायरल हो गया।
🎥 वीडियो में क्या दिखा?
वायरल वीडियो में कंपनी गेट के बाहर दर्जनों कर्मचारियों को देखा जा सकता है।
कुछ लोग सोनपापड़ी के डिब्बे उठाकर गेट के सामने फेंकते दिख रहे हैं, जबकि कुछ हंसते हुए “हमारी मेहनत की यही कीमत है क्या?” जैसे शब्द बोलते सुनाई देते हैं।
वीडियो के बैकग्राउंड में कंपनी का नाम स्पष्ट नहीं दिखता, लेकिन पोस्ट्स में गनौर की एक निजी इंडस्ट्रियल यूनिट का जिक्र किया गया है।
💬 कर्मचारियों ने क्यों फेंका सोनपापड़ी का डिब्बा?
कर्मचारियों का कहना था कि वे पूरे साल कठिन मेहनत करते हैं —
12 घंटे की शिफ्ट, अतिरिक्त काम और त्योहारों पर भी ड्यूटी —
और ऐसे में दिवाली जैसे बड़े त्यौहार पर सिर्फ एक सस्ता सोनपापड़ी का डिब्बा देना अपमानजनक है।
एक कर्मचारी ने वीडियो में कहा:
“सालभर हम खून-पसीना बहाते हैं, और दिवाली पर बस यही सोनपापड़ी? हमें हमारी मेहनत का सम्मान चाहिए।”
🕒 घटना कब फैली?
यह वीडियो 20 अक्टूबर की रात से 21 अक्टूबर 2025 की सुबह तक सोशल मीडिया पर फैल गया।
इंस्टाग्राम और फेसबुक पर “#SonaPapdiProtest” हैशटैग के साथ यह घटना वायरल होने लगी।
कई यूज़र्स ने इसे “सोनपापड़ी क्रांति” नाम देकर मज़ाकिया अंदाज़ में शेयर किया।
🏢 कंपनी और प्रशासन का पक्ष
अभी तक कंपनी की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, प्रबंधन ने कर्मचारियों को शांत रहने और सोशल मीडिया पर गलत जानकारी न फैलाने की सलाह दी है।
प्रशासन ने भी कहा कि मामला कंपनी का आंतरिक विवाद है, और स्थिति नियंत्रण में है।
किसी भी तरह की तोड़फोड़ या हिंसा की पुष्टि नहीं हुई है।
🔍 सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
कुछ यूज़र्स ने कर्मचारियों का समर्थन करते हुए लिखा कि
“सालभर काम करने वालों को एक सोनपापड़ी से नवाज़ना शर्मनाक है।”
वहीं कुछ अन्य लोगों ने कहा कि “कंपनी ने भले छोटा गिफ्ट दिया हो, लेकिन ऐसा व्यवहार सही नहीं है।”
⚠️ सत्यापन स्थिति
यह घटना फिलहाल सोशल मीडिया आधारित वायरल जानकारी पर आधारित है।
मुख्यधारा के समाचार माध्यमों से इसकी औपचारिक पुष्टि या कंपनी का नाम अब तक सामने नहीं आया है।
अतः पब्लिश करते समय यह नोट जोड़ना आवश्यक है कि —
“यह समाचार सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर आधारित है, इसकी स्वतंत्र पुष्टि अब तक नहीं हो सकी है।”
📊 मुख्य बिंदु सारांश:
| क्रमांक | बिंदु | विवरण |
|---|---|---|
| 1️⃣ | घटना | कर्मचारियों ने दिवाली पर सोनपापड़ी का डिब्बा कंपनी गेट पर फेंका |
| 2️⃣ | स्थान | गनौर, हरियाणा (वायरल वीडियो के अनुसार) |
| 3️⃣ | कारण | दिवाली बोनस और उपहार को लेकर असंतोष |
| 4️⃣ | कब हुआ | 20–21 अक्टूबर 2025 |
| 5️⃣ | प्रभाव | सोशल मीडिया पर लाखों व्यूज़; कंपनी की साख पर असर |
| 6️⃣ | स्थिति | शांतिपूर्ण, कोई हिंसा नहीं; सत्यापन लंबित |
✅ निष्कर्ष:
दिवाली जैसे त्यौहार पर कर्मचारियों की उम्मीदें ऊँची होती हैं।
यह घटना चाहे वास्तविक विरोध रही हो या सोशल मीडिया पर व्यंग्यात्मक प्रतिक्रिया,
लेकिन यह इस बात का संकेत जरूर देती है कि कर्मचारियों की मेहनत का सम्मान और सही इनाम आज के दौर में भी एक बड़ा मुद्दा है।
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