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    ADGP केस में बड़ा खुलासा: पूरन कुमार ने जान देने से पहले DGP शुत्रजीत को फोन किया था, क्या बात हुई थी?


    चंडीगढ़.
     हरियाणा के एडीजीपी वाई पूरन कुमार केस में बड़ा खुलासा हुआ है. एडीजीपी पूरन कुमार ने अपनी जान देने से कुछ घंटे पहले, डीजीपी शत्रुजीत कपूर से फोन पर बात की थी.चंडीगढ़ पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है.

    चंडीगढ़ पुलिस की जांच में पता चला है कि 7 अक्तूर को पुलिस को करीब डेढ़ बजे पूरन कुमार की मौत की सूचना मिली थी. हालांकि, एडीजीपी ने खुद को गोली मारने से कुछ घंटे पहले, डीजीपी शत्रुजीत कपूर को फोन किया था. गौर रहे कि एडीजीपी ने शुत्रजीत पर प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं और नोट में उनका नाम लिखा था. फिलहाल, चंडीगढ़ पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दोनो अधिकारियों के बीच में क्या बातचीत हुई थी. अब चंडीगढ़ पुलिस कॉल रिकॉर्ड्स की जानकारी लेगी. उधर, एडीजीपी ने अपने अंतिम नोट में भी यह बात लिखी थी कि उन्होंने डीजीपी को फोन किया था और बात की थी. लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.

    पत्नी को भी किए थे कॉल

    गौरतलब है कि घटना के दौरान पूरन कुमार की पत्नी अमनीत कुमार सीएम नायब सैनी के साथ जापान दौरे पर गई थी. घटना वाले दिन एडीजीपी ने अपनी पत्नी को भी पंद्रह कॉल्स किए थे. लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया था. बाद में पत्नी ने अपनी बेटी को पिता से बातचीत करने के लिए कहा था. घटना के दौरान एडीजीपी अपने घर के बेसमेंट में मौजूद थे और यह साउंडप्रूफ होने के चलते किसी ने गोली चलने की आवाज नहीं सुनी थी. अहम बात है कि बाजार से उनकी बेटी घर लौटी तो उन्होंने देखा था कि पूरन कुमार का शव खून से लथपथ हाल में सौफे पर पड़ा था. गौरतलब है कि पूरे मामले में अब डीजीपी को हरियाणा सरकार ने छुट्टी पर भेजा है और उनकी जगह अब ओपी सिंह को एडिशनल चार्ज सौंपा गया है.
    9 दिन बाद हो रहा है पोस्टमार्टम

    एडीजीपी के शव का नौ दिन बाद अब बुधवार को पोस्टमार्टम हो रहा है. बुधवार शाम चार बजे के करीब उनका अंतिम संस्कार होगा. पूरन कुमार 2001 बैच के अफसर थे और वह मूल रूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे. लेकिन कई साल से चंडीगढ़ में ही सेट्ल हो गए थे.

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