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    अंडरगारमेंट्स में स्पाई कैमरा लगाकर PWD परीक्षा देने गई लड़की, बहार वॉकी-टॉकी के साथ पकड़ी गई बहन, मच गया हडकंप

     


    बिलासपुर में पीडब्ल्यूडी सब-इंजीनियर परीक्षा का एक वीडियो सामने आया है जिसने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया है। दरअसल यह वीडियो में परीक्षा में खुल्लम खुल्ला नकल का है। खबर है कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पीडब्ल्यूडी सब-इंजीनियर भर्ती परीक्षा में हाईटेक नकल चल रही थी। एक युवती परीक्षा केंद्र के बाहर से वायरलेस डिवाइस की मदद से अपनी बहन को उत्तर बता रही थी, जिसे एनएसयूआई नेताओं ने रंगे हाथों पकड़ लिया। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।


    दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को रामदुलारे शासकीय स्वामी आत्मानंद स्कूल स्थित परीक्षा केंद्र के अंदर एक परीक्षार्थी परीक्षा दे रही थी। लड़की ने अपने अंडरगारमेंट्स में एक जासूसी कैमरा छिपा रखा था। वह प्रश्नपत्र स्कैन करके अपनी बहन को भेज रही थी। बाहर बैठी बहन वॉकी-टॉकी की मदद से उत्तर बता रही थी। मामला उजागर होने के बाद, लड़कियों के खिलाफ नकल का मामला दर्ज कर एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

    वहीं, भूपेश बघेल ने इस घटना पर सोशल मीडिया साइट x पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि, पीडब्ल्यूडी सब-इंजीनियर परीक्षा में एक हाईटेक धांधली गिरोह पकड़ा गया है। युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही भाजपा सरकार में एक संगठित गिरोह काम कर रहा है।

    आखिर क्या है पूरा मामला?

    बिलासपुर में PWD सब-इंजीनियर भर्ती परीक्षा में 'मुन्नाभाई' स्टाइल हाईटेक नकल का खुलासा!

    स्पाई कैमरा, ईयरपीस, वॉकी-टॉकी और टैबलेट से चल रही थी प्लानिंग, एक परीक्षा केंद्र में बैठी थी अभ्यर्थी तो दूसरी महिला बाहर से दे रही थी उत्तर।

    #Bilaspur #PWDExam #Nakal #Vyapam #CGNews pic.twitter.com/kylmd2K789

    — 𝐒𝐮𝐫𝐲𝐚 𝐏𝐫𝐚𝐤𝐚𝐬𝐡 𝐒𝐮𝐫𝐲𝐚𝐤𝐚𝐧𝐭 (@SPsuryakant) July 13, 2025 >दरअसल, व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा रविवार को लोक निर्माण विभाग में सहायक अभियंता के 113 पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा सरकंडा के हायर सेकेंडरी स्कूल में सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक आयोजित की गई थी।


    इस परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थी अनुसूर्या परीक्षा देने आई थीं। परीक्षा केंद्र में निर्धारित समय यानी सुबह 10:00 बजे परीक्षा शुरू हुई, तभी अनुसूर्या ने अपने अंडरगारमेंट्स में जासूसी कैमरा छिपा रखा था। बाहर बैठी अनुराधा अनुसूर्या के पास रखे कैमरे से प्रश्न देख रही थीं। वह गूगल पर सर्च करके वॉकी-टॉकी की मदद से उत्तर बता रही थीं। बता दें कि प्रदेश भर के जिलों में केंद्र बनाए गए थे, जहाँ लगभग 14 हज़ार अभ्यर्थियों ने भाग लिया था।

    एनएसयूआई नेता विकास सिंह ठाकुर ने बताया कि दो लड़कियों ने रेलवे स्टेशन से अपने परिचित के टैक्सी ड्राइवर को रामदुलारे दुबे स्कूल ले जाने के लिए बुक किया था। स्कूल पहुँचने पर, एक लड़की ने उससे स्कूल के पास गाड़ी खड़ी करने को कहा। उसने किराया देने की बात भी कही। पहले तो ड्राइवर मान गया।


    लेकिन, जब कार में बैठी लड़की ने वॉकी-टॉकी और टैबलेट जैसे उपकरण निकाले, तो वह डर गया और मना कर दिया। इसके बाद लड़कियों ने एक ऑटो किराए पर लिया। फिर उन्होंने ऑटो में उपकरण निकाले और नकल करने लगीं।

    हैरानी की बात थी कि दूसरी लड़की अपने अंडरगारमेंट्स में एक स्पाई कैमरा लगाकर परीक्षा केंद्र से परीक्षा में नकल कर रही थी। बाहर बैठी लड़की उसे माइक्रो ईयरफोन से प्रश्न हल करवा रही थी।

    विरोध और हंगामे के बाद मामला दर्ज

    दैनिक भास्कर के मुताबिक एनएसयूआई नेता विकास ठाकुर द्वारा सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते ही एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे समेत कांग्रेस नेताओं की भीड़ वहाँ पहुँच गई। उनका आरोप है कि परीक्षा केंद्र में सुनियोजित तरीके से हाई-टेक नकल कराई जा रही थी।

    परीक्षा केंद्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है और परीक्षार्थियों की जाँच की जा रही है। इसके बावजूद, लड़की डिवाइस लेकर परीक्षा केंद्र तक कैसे पहुँच गई? नेताओं ने परीक्षार्थी के साथ-साथ परीक्षा केंद्राध्यक्ष के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने की मांग की।

    उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के अन्य केंद्रों में भी ऐसी अनियमितताएँ हुई होंगी, जिनकी जाँच होनी चाहिए। नेताओं के विरोध और हंगामे के बाद, परीक्षा केंद्र प्रभारी ने सरकंडा थाने में नकल का मामला दर्ज कराया, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।


    ‘यह सब सरकार के संरक्षण में हो रहा है’

    दरअसल, पूछताछ में पता चला कि हाई-टेक डिवाइस से नकल कर रही परीक्षार्थी अनु सूर्या जशपुर की रहने वाली है। उसकी बहन अनुराधाबाई परीक्षा केंद्र के बाहर हाई-टेक डिवाइस से कनेक्ट करके उसे नकल करने में मदद कर रही थी।

    एनएसयूआई नेताओं ने जब केंद्र में हंगामा किया, तो छात्रा अनु की तलाशी ली गई। इसके बाद उन्होंने एफआईआर की मांग की, फिर मामले को दबाने की कोशिश की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब सरकार के संरक्षण में हो रहा है।


    कैसे हुआ नकल का पर्दाफाश?

    इस हाई-टेक नकल का पर्दाफ़ाश टैक्सी ड्राइवर ने किया। जब उसने स्कूल के पास टैक्सी पार्क करने से इनकार कर दिया और लड़कियों की हरकतें देखीं, तो वह उन्हें उतारकर चला गया। इसके बाद उसने तुरंत अपने परिचित एनएसयूआई (भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ) नेता विकास सिंह को इसकी सूचना दी।

    सूचना मिलते ही एनएसयूआई नेता विकास ठाकुर अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुँचे। उन्होंने लड़की की हरकतें देखीं। उसके पास लैपटॉप, टैब, माइक्रो ईयर डिवाइस, वायरलेस ट्रांसमीटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट थे। विकास सिंह ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया। फिर वह परीक्षा केंद्र पहुँचे और पूरी घटना की जानकारी दी।

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