Header Ads ADSETTERA

  • Breaking News

    तंबाकू, पान, गुटखा खाने वाले पुजारियों की अब खैर नहीं! CM योगी ने दिए सख्त निर्देश, भोलेनाथ के इस मंदिर में नहीं कर पाएंगे पूजा-अर्चना

     


     श्रावण मास की शुरूआत 11 जुलाई से होने जा रही है। हिंदू धर्म में सावन का महीना बेहद पवित्र माना जाता है। इस माह में सच्चे मन शिव जी की आराधना करने से भोलेनाथ जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। श्रावण मास की शुरूआत के साथ प्रयागराज स्थित मनकामेश्वर मंदिर में न केवल श्रद्धालुओं बल्कि पुजारियों के लिए भी सख्त नियम लागू कर दिए गए हैं। 

    मंदिर प्रशासन ने लिया सख्त फैसला 

    मंगलवार, 1 जुलाई को श्री मनकामेश्वर महादेव मंदिर में पुजारियों की समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक के दौरान बैठक की अध्यक्षता कर रहे मंदिर के महंत श्रीधरानंद ब्रह्मचारी ने कहा कि टी-शर्ट व शर्ट पहनकर श्री मनकामेश्वर और ऋणमुक्तेश्वर महादेव का अभिषेक करने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी। अनुष्ठान कराने वाले पुजारियों को धोती और कुर्ता पहनना अनिवार्य होगा। साथ ही पूजा और अभिषेक के दौरान पुजारियों को पान, गुटखा, तंबाकू का सेवन करना वर्जित रहेगा, क्योंकि इनका सेवन करते समय मंत्रोच्चार ठीक से नहीं हो पाता है। जिससे पूजा में शुद्धता नहीं आ पाती है। 

    भक्तों के लिए ड्रेस कोड लागू

    मंदिर प्रशासन ने मनकामेश्वर मंदिर में भक्तों के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य कर दिया गया है। अब कोई भी श्रद्धालु मंदिर में पूजा-अर्चना करने जाएगा तो उसे मंदिर द्वारा निर्धारित पारंपरिक परिधान पहनने होंगे। मंदिर कमेटी की तरफ से श्रद्धालुओं को उचित और पारंपारिक कपड़े पहनने के हिदायत दी गई है। मंदिर द्वारा निर्धारित ड्रेस कोड के रूप में महिलाओं के लिए साड़ी या सलवार-सूट और पूरूषों के लिए धोती-कुर्ता निर्धारित किया गया है। खासतौर से रुद्राभिषेक के दौरान धोती-कुर्ता पहनना अनिवार्य होगा। यह नियम श्रावण मास के चलते लागू किए जाएंगे। 

    मंदिर समिति ने कही ये बात 

    मंदिर समिति ने कहा कि “यदि किसी श्रद्धालु के पास मंदिर अनुसार कपड़े नहीं हैं, तो बिल्कुल परेशान होने की जरूरत नहीं है। मंदिर प्रशासन की तरफ से उन्हें साड़ी या धोती-कुर्ता उपलब्ध कराया जाएगा। ताकि भक्त पारंपारिक तरिके से पूजा-अर्चना कर सके।” दरअसल मंदिर प्रशासन का कहना है कि यह निर्णय श्रद्धा, गरिमा और धार्मिक परंपराओं की मर्यादा बनाए रखने के लिए लिया गया है। श्रावण मास के दौरान हजारों श्रद्धालु मनकामेश्वर मंदिर पहुंचते हैं, ऐसे में मंदिर प्रशासन ने मर्यादित व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह सख्त कदम उठाया है।


    No comments

    Post Top Ad

    Post Bottom Ad