‘एक महीने में काम तमाम कर दूंगा’, अब वृंदावन के इस कथावाचक को मिली धमकी, ऑडियो मैसेज आते ही पूरे परिसर में मचा हंगामा
कथावाचकों पर हो रहे अत्याचार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कहीं न कहीं इसका मुख्य कारण जातिवाद है। वहीं अब वृंदावन से भी ऐसी ही घटना सामने आ रही है। दरअसल, वृंदावन स्थित प्रियाकांत जू मंदिर के संस्थापक और प्रसिद्ध भागवत कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर को एक बार फिर जान से मारने की धमकी दी गई है। इस धमकी के बाद पूरे परिसर में भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि मंदिर कार्यालय के फोन पर एक ऑडियो मैसेज आता है। जिसमें एक व्यक्ति ने एक महीने के अंदर अंदर कथावाचक को उड़ाने की धमकी दे डाली। इतना ही नहीं “उड़ाने” की धमकी देते हुए देते हुए ये भी कहा गया कि ज्यादा होशियारी न दिखाई जाए। इस घटना के बाद उनके अनुयायियों और समर्थकों में भारी चिंता और भय का माहौल है। वहीं मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने इस बात की जानकारी दी कि उन्हें इस संबंध में एक तहरीर प्राप्त हुई है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की तलाश शुरू कर दी है और तकनीकी माध्यमों से आरोपी की पहचान का प्रयास किया जा रहा है।
पाकिस्तान से भी मिल चुकी है धमकी
आपको बता दें, ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब देवकीनंदन ठाकुर को धमकी मिली हो। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी उन्हें पाकिस्तान से ऐसे धमकी भरे कॉल आ चुके हैं। इतना ही नहीं बल्कि पत्रों के माध्यम से जान से मारने की धमकियां भी दी गई हैं। इतना ही नहीं एक बार उनकी कार पर हमला भी हुआ था, जिसमें ड्राइवर की सूझबूझ से उनकी जान बच गई थी। लेकिन अब इस घटना को काफी गंभीरता से लिया जा रहा है। वहीं हाल ही में वो वृंदावन के मांट क्षेत्र में वंशीवट पर भागवत कथा कर रहे हैं, जहां हजारों भक्त उनकी कथाएं सुनने पहुंचते हैं। वहीं उनकी लोकप्रियता और सामाजिक-धार्मिक सक्रियता के चलते को अक्सर विवादों में घिरे रहते हैं।
बढ़ाई गई सुरक्षा
जैसे ही उन्हें इस बात धमकी मिली वैसे ही उनके अनुयायियों ने प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। वहीं पुलिस ने मंदिर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा भी बढ़ा दी है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि हाल ही में एक कथावाचक को जातिवाद के आधार पर निशाना बनाया गया था। इतना ही नहीं इस दौरान पुलिस ने कहा है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
No comments